बदरीनाथ धाम में सुदर्शन चक्र और म्यूरल से निखरेगा नया स्वरूप

बदरीनाथ धाम में सुदर्शन चक्र और म्यूरल से निखरेगा नया स्वरूप

हमारी पंचायत, देहरादून

बदरीनाथ धाम, उत्तराखंड का पवित्र तीर्थ स्थल, अब केदारनाथ धाम की तर्ज पर नए और आध्यात्मिक स्वरूप में निखरने जा रहा है। आने वाले दिनों में यहां संपूर्ण विष्णु पुराण को चित्रों के माध्यम से जीवंत किया जाएगा। भगवान विष्णु से जुड़ी पौराणिक कथाओं को म्यूरल (दीवार चित्रों) के रूप में उकेरा जाएगा, साथ ही सुदर्शन चक्र की विशाल प्रतिकृति भी श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए उपलब्ध होगी।

बदरीनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत तेजी से चल रहे हैं, और इस दिशा में कैबिनेट ने चार महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इन कार्यों के लिए धनराशि कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) फंड के माध्यम से जुटाई जाएगी, और आवश्यकता पड़ने पर केंद्र व राज्य सरकार का सहयोग भी लिया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशों के अनुरूप बदरीनाथ धाम को एक स्प्रिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जैसा कि केदारनाथ धाम में किया गया है। इस मास्टर प्लान के पहले चरण में 277 करोड़ रुपये की लागत से 15 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें से बीआरओ रोड, अराइवल प्लाजा और टूरिस्ट मैनेजमेंट सेंटर जैसे कई कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि शेष परियोजनाएं प्रगति पर हैं।

पीएम मोदी ने इस बात पर विशेष जोर दिया है कि बदरीशपुरी में हमेशा उत्सव का माहौल बना रहना चाहिए। इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कैबिनेट ने पर्यटन विभाग के उस प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिसमें बदरीनाथ धाम के चार प्रमुख स्थानों पर विष्णु पुराण को चित्रित करने की योजना है।

सुदर्शन चक्र और म्यूरल से सजेगी बदरीशपुरी

बदरीनाथ धाम को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए अराइवल प्लाजा में भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र की विशाल प्रतिकृति स्थापित की जाएगी। यह प्रतिकृति न केवल श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र होगी, बल्कि धाम के आध्यात्मिक महत्व को भी रेखांकित करेगी। इसके अलावा, शेषनेत्र झील के पास शेषनेत्र कमल दीवार का निर्माण किया जाएगा, जिसमें भगवान विष्णु से जुड़ी पौराणिक कथाओं को म्यूरल के माध्यम से दर्शाया जाएगा।

सुदर्शन चौक में भी भगवान विष्णु से संबंधित कलाकृतियों का निर्माण होगा, जहां उनकी कथाओं को चित्रों के माध्यम से जीवंत किया जाएगा। इसके साथ ही, बदरीनारायण चौक में पेड़ों और नदी से प्रेरित विशिष्ट कलाकृतियों का निर्माण कराया जाएगा, जो इस पवित्र स्थल की प्राकृतिक और आध्यात्मिक सुंदरता को और बढ़ाएंगी।

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वैभव का नया प्रतीक

बदरीनाथ धाम में हो रहे ये कार्य न केवल इस तीर्थ स्थल को और अधिक सुंदर और सुविधाजनक बनाएंगे, बल्कि इसे एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी स्थापित करेंगे। विष्णु पुराण के चित्रण और सुदर्शन चक्र की प्रतिकृति जैसे प्रयास श्रद्धालुओं को भगवान विष्णु की लीलाओं और उनके दर्शन से जोड़ने का अनूठा अवसर प्रदान करेंगे। मास्टर प्लान के तहत चल रहे ये कार्य बदरीनाथ धाम को विश्व स्तर पर एक प्रमुख तीर्थ स्थल के रूप में और अधिक ख्याति दिलाएंगे।

यह परियोजना न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी। बदरीनाथ धाम अब सिर्फ एक तीर्थ स्थल ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति का एक अनुपम संगम बनने की ओर अग्रसर है।

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