मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से आठ श्रद्धालुओं की मौत व कई घायल

मनसा देवी मंदिर में भगदड़ से आठ श्रद्धालुओं की मौत व कई घायल

बढ़ सकता है मौतों व घायलों का आंकड़ा

मृतकों व घायलों के परिजनों को आर्थिक सहायता

हमारी पंचायत, हरिद्वार

श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र मनसा देवी मंदिर रविवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना। मंदिर परिसर में अचानक हुई भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की मौत की खबर है।  30 घायलों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

मृतकों व घायलों की संख्या बढ़ सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक मन्दिर परिसर के एक हिस्से में करंट कक खबर से श्रद्धालुओं में भगदड़ मची। और श्रद्धालु एक के ऊपर एक गिरते चले गए।

घटना के तुरंत बाद मंदिर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और हालात को काबू में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

सीएम धामी कहा कि हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस तथा अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।

इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूँ।

देखें मृतकों व घायलों की सूची

मृतकों व घायलों के परिजनों को आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार जनपद में स्थित मंशा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर हुई भगदड़ की घटना में 06 श्रद्धालुओं की मृत्यु होने पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में शोकसंतप्त परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में मृतकों के परिजनों को 02-02 लाख और घायलों को 50 -50 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी हरिद्वार को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं और जिलाधिकारी हरिद्वार को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की जा रही है।

सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इस दुर्घटना में 05 गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है। इसके अतिरिक्त 23 अन्य घायल श्रद्धालुओं का उपचार जिला चिकित्सालय हरिद्वार में चल रहा है, जहां सभी घायलों को आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

क्या हुआ था?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह की आरती के समय मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद थी। इसी दौरान अचानक भीड़ के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई।

कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने भगदड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि “मंदिर में अचानक हुई भीड़ की बढ़ोत्तरी और अव्यवस्थित प्रवेश-निकास व्यवस्था के चलते यह स्थिति बनी।

घटना की सूचना मिलते ही हरिद्वार पुलिस, फायर ब्रिगेड, और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। घायलों को तत्काल हरिद्वार जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

हरिद्वार के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मंदिर परिसर को खाली करवा लिया गया है।
प्राथमिक जांच के अनुसारमंदिर के मुख्य द्वार पर अव्यवस्थित भीड़ बढ़ने के कारण हादसा हुआ।

मंदिर में लगे CCTV फुटेज की जांच की जा रही है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

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