शास्त्रीय और सुगम संगीत में ‘ए’ ग्रेड कलाकार बनी डा. सविता सहगल

शास्त्रीय और सुगम संगीत में ‘ए’ ग्रेड कलाकार बनी डा. सविता सहगल

हिमाचल की शास्त्रीय और सुगम संगीत में ‘ए’ ग्रेड कलाकार बनाने वाली पहली महिला

हमारी पंचायत, शिमला

ज़िला सोलन के डिग्री कॉलेज कंडाघाट में संगीत विषय में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर कार्यरत डा. सविता सहगल ने एक साथ दो बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। वह आकाशवाणी से शास्त्रीय संगीत गायन और सुगम संगीत जैसी कठिन गायन विधाओं में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त करने वाली हिमाचल प्रदेश की प्रथम महिला कलाकार बन गई हैं।

प्रसार भारती/आकाशवाणी केंद्रीय स्वर परीक्षा बोर्डए दिल्ली द्वारा वर्ष 2003 में आयोजित की गई स्वर परीक्षा रिकॉर्डिंग के आकलन में डा. सविता को शास्त्रीय संगीत और सुगम संगीत में ‘ए’ ग्रेड हासिल हुआ है। उल्लेखनीय है कि शिमला में 1995 में आकाशवाणी केंद्र की स्थापना से वर्ष 2004 तक की अवधि में डा. सविता सहगल शास्त्रीय संगीत और सुगम संगीत में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त करने वाली हिमाचल प्रदेश की प्रथम महिला कलाकार बनी हैं।

वह हिमाचल प्रदेश के प्रख्यात कलाकार डा. कृष्ण लाल सहगल की पुत्री हैं। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि को अपने पिता, अपने गुरु पंडित सोम दत्त बट्टू और मालाश्री प्रसाद को समर्पित किया है। उनका कहना है कि इन व्यक्तित्वों ने न केवल उनकी कला को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में भी निर्णायक योगदान दिया। डा. सविता एमए संगीत गायन में गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुकी हैं।

डा. सविता सहगल वर्ष 1995 से रेडियो और दूरदर्शन पर सुगम संगीत एवं वर्ष 2009 से शास्त्रीय संगीत का गायन प्रस्तुत करती आ रही हैं। इसके अतिरिक्त कई बड़े संगीत सम्मेलनोंए धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समारोहों में अपने शास्त्रीय, उप-शास्त्रीय और सुगम संगीत कला का विभिन्न मंचों से प्रदर्शन करती आ रहीं हैं। वह ग़ज़ल एवं लोक संगीत के अनेक कैसेट और सीडी में भी आवाज़ दे चुकी हैं। उनकी इस उपलब्धि ने हिमाचल प्रदेश की संगीत कला को एक नई पहचान दिलाई है।

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